धान की खेती में कौन कौन सी खाद डालना चाहिए : लगभग सभी किसानों ने धान बुवाई एवं रोपाई का कार्य कर चुके है लेकिन धान रोपाई के बाद किसानों को सही समय में पानी एवं खाद डालना जरूरी होता है। तभी आप धान की पैदावार को बढ़ा सकते है। मगर अधिकांश किसानों को कौन कौन सा खाद डालना चाहिए पता नहीं होता है जिसके कारण सिर्फ यूरिया डीएपी डालते है। इसलिए हम आप लोगो को धान के खेती में कौन कौन सा खाद डालना चाहिए इसके बारे में पूरी जानकारी बताते है जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
जैसा की आप सभी जानते है धान के फसल में सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता पड़ती है इसके अलावा खाद भी अनेक प्रकार के डालना पड़ता है। धान के फसल जैसे जैसे बड़े होने लगते है तब पोषक की ज्यादा जरूरत होती है उस समय सही खाद का छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से ज्यादा कीटनाशक डालना नहीं पड़ता है एवं उर्वरक खाद भी कम डालना पड़ता है। तो आइये ज्यादा समय नहीं लेते है और धान के फसल में कौन कौन से खाद डालना चाहिए इसके बारे में विस्तार से बताते है।
धान की खेती में कौन कौन सी खाद डालना चाहिए ?
खेत के जुताई के समय
- धान के पैदावार को बढ़ाने के लिए खेत के आखिरी जुताई के समय सड़ी हुई गोबर की खाद एवं 40 किलोग्राम नत्रजन एवं 25 किलोग्राम फास्फोरस और 25 किलोग्राम पोटाश मिलाकर 1 एकड़ खेत में डालना चाहिए। ऐसा करके धान की उपज को को बढ़ा सकते है।
धान रोपाई के 1 सप्ताह बाद
- धान रोपाई के एक सप्ताह बाद खेत के पानी को निकाल देना है उसके बाद 50 किलोग्राम डीएपी प्रति एकड़ के अनुसार से डालना है। खेत में उतना ही पानी होना चाहिए की खाद घुल सके ऐसा करने से धान के जड़ को ऑक्सीजन मिलता है। जिससे धान की जड़े मजबूत होती है एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
धान रोपाई के 20 से 25 दिनों बाद
- धान रोपाई के 20 से 25 दिनों बाद धान के कल्ले निकलने शुरू हो जाते है उस समय धान को ज्यादा पोषक की आवश्यकता होती है। तो इस समय 10 किलोग्राम जिंक एवं 40 किलोग्राम यूरिया को मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। इससे धान के कल्ले जल्दी निकलते है लेकिन खेत में ज्यादा पानी नहीं होना चाहिए ऐसा करने से धान में तनक छेदक रोग नहीं आते है।
धान के बालिया निकलने के समय
- धान को गर्भवस्था के समय सबसे ज्यादा पोषक की आवश्यकता होती है तो धान में जब एक दो बालिया निकलने लगते है। इस समय में 30 किलोग्राम पोटाश एवं 30 किलोग्राम यूरिया मिलाकर छिड़काव करना चाहिए ऐसा करने से धान को भरपूर पोषण मिलता है जिससे धान की बालिया जल्दी निकलते है एवं बड़े बड़े निकलते है एवं माहू कीड़े से सुरक्षा करता है इसलिए धान के बालिया निकलने के समय में पोटाश डालना अतिआवश्यक होता है।
सारांश :
धान की खेती में कौन कौन से खाद डालना चाहिए जानने के लिए खेत की जुताई के समय गोबर खाद 40 किलोग्राम नत्रजन 25 किलोग्राम फास्फोरस एवं 25 किलोग्राम पोटाश मिलाकर डालना चाहिए। धान रोपाई के 1 सप्ताह बाद 50 किलोग्राम डीएपी खाद प्रति एकड़ के अनुसार से डालना चाहिए। फिर धान रोपाई के 20 से 25 दिनों बाद जब धान के कल्ले निकलने लगते है उस समय में खेत के पानी को निकाल कर 10 किलोग्राम जिंक एवं 40 किलोग्राम यूरिया मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। उसके बाद धान के बालिया निकलने के समय में 30 किलोग्राम पोटाश एवं 30 किलोग्राम यूरिया मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
धान रोपाई के 1 सप्ताह बाद 50 किलोग्राम डीएपी खाद 1 एकड़ खेत में डालना चाहिए डीएपी को सिर्फ एक बार ही डालना चाहिए।
अगर आप धान के फसल में मात्रा से अधिक यूरिया डालते है तो धान के पौधे मीठे हो जाते है जिससे तरह तरह के कीड़े लगने लगते है। और कई बार कीटनाशक डालना पड़ता है इसलिए मात्रा से अधिक यूरिया नहीं डालना चाहिए।
धान रोपाई से पहले खेत की आखिरी जुताई के समय सड़ी हुई गोबर खाद 40 किलोग्राम नत्रजन एवं 25 किलोग्राम फास्फोरस और 25 किलोग्राम पोटाश मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से डालना चाहिए।
धान की खेती में कौन कौन सी खाद डालना चाहिए , इसकी सभी प्रक्रिया को यहाँ पर विस्तार से बताया गया है अगर आपने इस आर्टिकल का ध्यान से अंत तक अवलोकन किया। तो धान की खेती में कौन कौन सा खाद डालना चाहिए पता चल गया होगा। यदि धान के पौधे जल्दी तैयार नहीं हो रहे है या किसी प्रकार के रोग लग गए है तो कमेंट करके पूछ सकते है।
इसी प्रकार हम आप लोगो को इस वेबसाइट में ऐसे ही नई – नई कृषि तकनीक के बारे में जानकारी बताते रहेंगे ताकि सभी किसान भाइयों को खेती करने में मदद मिल सके। यह आर्टिकल देश के सभी किसानों के लिए महत्वपूर्ण है इसे शेयर जरूर करे। अगर आप नई कृषि तकनीक के बारे में पहले जानकारी पाना चाहते है तो गूगल के सर्च बॉक्स में www.achchikheti.com टाइप करके देख सकते है धन्यवाद।