शिमला मिर्च की खेती कब और कैसे की जाती है : नमस्कार किसान भाइयों आज हम आप लोगो को शिमला मिर्च की खेती करने की पूरी विधि बताने वाले है। बहुत से किसान धान के फसल को छोड़कर सब्जी की खेती करना शुरू कर दिया है। क्योकि सब्जी की खेती में किसी अन्य की तुलना अधिक कमाई होती है लेकिन बहुत से किसानों को शिमला मिर्च की खेती करने का तरीका पता नहीं होता है। अगर आप भी शिमला मिर्च की खेती करने की पूरी विधि जानना चाहते है तो इस आर्टिकल के अंत तक अवलोकन जरूर करे।
शिमला मिर्च को हर वर्ग के लोग बड़े ही सौख से खाते है क्योकि विटामिन से भरपूर होते है और कई प्रकार के पोषक तत्व होते है। इसलिए शिमला मिर्च की बाजार में अधिक माँग होते है एवं कीमत भी अच्छी होती है। लेकिन कई राज्यों के किसानों को शिमला मिर्च की खेती करने का तरीका पता नहीं होता है। शिमला मिर्च की खेती साल में 3 बार की जाती है इसलिए इसकी खेती करके हर साल कई लाख कमा सकते है। तो आइये बिना देरी किये शिमला मिर्च की खेती कब और कैसे करते है इसके बारे में विस्तार से बताते है।
शिमला मिर्च की खेती कब और कैसे की जाती है ?
शिमला मिर्च कौन से महीने में लगाया जाता है
- शिमला मिर्च की खेती साल में 3 बार कर सकते है।
- शिमला मिर्च के बीज की पहली बुवाई जून जुलाई में करना चाहिए फिर 25 से 30 दिनों बाद पौधा की रोपाई करना चाहिए।
- शिमला मिर्च के बीज की दूसरी बुवाई अगस्त सितम्बर में करना चाहिए फिर 25 से 30 दिनों बाद खेत में पौधा की रोपाई करना चाहिए।
- शिमला मिर्च के बीज की तीसरी बुवाई दिसम्बर या जनवरी में करना चाहिए फिर जनवरी या फरवरी में पौधा की खेत में रोपाई करना चाहिए।
शिमला मिर्च के पौधे की रोपाई कैसे करे
- शिमला मिर्च के पौधा रोपाई से पहले खेत की 3 – 4 बार जुताई करना चाहिए।
- खेत की दूसरी जुताई के समय गोबर खाद जरूर डाले इससे पौधा जल्दी तैयार होता है एवं पौधा का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ते है।
- खेत की तीसरी जुताई के समय आवश्यकता अनुसार N.P.K. की उचित मात्रा में छिड़काव करना चाहिए।
- पौधा की रोपाई 45 सेंटीमीटर की दुरी में करना चाहिए।
- रोपाई को हमेशा शाम के समय करना चाहिए और तुरंत सिंचाई करना चाहिए।
शिमला मिर्च फसल की सिंचाई
- कम या ज्यादा पानी से शिमला मिर्च के फसल नुकसान होते है इसलिए गर्मी के मौसम में 5 – 7 दिनों के अंतराल में सिंचाई करना चाहिए।
- वही ठंड के मौसम में 14 – 15 दिनों के अंतराल में सिंचाई करना चाहिए इसके साथ ही पानी निकासी का साधन जरूर होना चाहिए पौधा में पानी भरने से फसल नुकसान हो सकते है।
शिमला मिर्च में दवा एवं खाद का उपयोग
- शिमला मिर्च के फसल में गोबर खाद , डीएपी , कम्पोस्ट खाद जिप्सम आदि प्रकार के उर्वरक खाद का प्रयोग कर सकते है।
- इसके बाद शिमला मिर्च में फूल लगने के समय प्लानोफिक्स दवा को आवश्यकता अनुसार पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए इससे फूलो के झड़ना कम हो जाते है एवं फसल में भी वृद्धि होती है।
सारांश :
शिमला मिर्च की खेती करने के लिए शिमला मिर्च की खेती साल में 3 बार कर सकते है पहली जून जुलाई के महीने में दूसरा अगस्त सितम्बर के महीने में तीसरा दिसम्बर जनवरी के महीने में 25 – 30 दिनों बाद पौधा रोपाई के लिए तैयार हो जाते है। रोपाई से पहले खेत की 3 – 4 बार जुताई करना चाहिए और गोबर खाद डालना चाहिए पौधा की दुरी 45 सेंटीमीटर होना चाहिए। पौधा की रोपाई शाम के समय ही करना चाहिए फिर तुरंत सिंचाई करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
शिमला मिर्च की खेती साल में 3 बार की जाती है पहली जून जुलाई के महीने में दूसरी अगस्त सितम्बर के महीने में तीसरी बार दिसम्बर जनवरी के महीने में की जाती है।
अगर आप गर्मी के मौसम में शिमला मिर्च की खेती कर रहे है तो 5 – 7 दिनों के अंतराल में सिंचाई करना चाहिए वही ठंड के मौसम 14 – 15 दिनों के अंतराल में सिंचाई करना चाहिए।
खेत की जुताई के समय गोबर खाद , डीएपी , N.P.K. , कम्पोस्ट , जिप्सम उर्वरक खाद का प्रयोग करना चाहिए फिर जब पौधा में फूल लगना शुरू हो जाते है तब प्लानोफिक्स दवा का घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
शिमला मिर्च की खेती कब और कैसे की जाती है , इसकी पूरी विधि यहाँ पर बताया गया है अगर आपने इस आर्टिकल का अंत तक अवलोकन किया है। तो शिमला मिर्च की खेती कब और कैसे करते है पता चल गया होगा। यदि बताई गई जानकारी समझ नहीं आ रहे है तो कमेंट करके पूछ सकते है।
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